RBI करना चाहता है OTP की झंझट खत्म, बिना मोबाइल फोन ऐसे कर सकती है इंटरनेट बैंकिंग काम
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कुछ ही दिन पहले एक बड़ा प्रस्ताव जारी किया है, अब उपभोक्ता बिना मोबाइल इस्तेमाल किए हीं इंटरनेट बैंकिंग कार्यक्रम को संचालित कर पाएंगे । दरअसल RBI की इस प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य ऑनलाइन माध्यम से लोगों को लेन-देन की सुविधा में सुरक्षा और आसान करने के लिए लाया गया , अब RBI का मुख्य उद्देश्य लोगों को OTP की झंझट से छुटकारा दिलाना है।
- Paytm ban हुआ क्या: paytm पर RBI का बड़ा एक्शन, 29 फरवरी के बाद नहीं दे पाएगा बैंकिंग सर्विस
- Paytm Crisis- Paytm CEO विजय शेखर शर्मा मिले आरबीआई अधिकारियों से, जानिए किस पर हुई चर्चा
- Jio Payment Bank क्या है और jio payment bank एकाउंट कैसे खोलें
क्यों है OTP जरूरी
आधुनिक दौर में, ऑनलाइन बैंकिंग ने हमारे जीवन को सरल बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही साथ सुरक्षा की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है, इसमें एक मुख्य उपाय है वन टाइम पासवर्ड, जिसे हम OTP के नाम से जानते हैं। OTP एक सुरक्षित प्रमाणिती प्रक्रिया है जो हमें अपने बैंकिंग लेन-देन को सुरक्षित रूप से करने के लिए सुनिश्चित करती है।
हालांकि, कई बार हमारे पास मोबाइल फोन नहीं होता है, या हमारा नेटवर्क कवरेज नहीं होता है, और इसके कारण हम OTP को प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इसका सीधा परिणाम यह होता है कि हम अक्सर अपनी बैकिंग लेन – देन करने में असमर्थ हो जाते हैं।
क्या कहा RBI ने अपने नए प्रस्ताव में
इस समस्या को समझते हुए, RBI ने एक प्रस्ताव किया है जो ऑनलाइन बैंकिंग को सुरक्षित और आसान बनाए रखने का उद्देश्य रखता है। उनका प्रस्ताव है कि OTP की जगह दूसरे सुरक्षा उपाय का उपयोग किया जाए, जैसे कि बायोमेट्रिक या ब्यूरोक्रेटिक परीक्षण।
नई दिल्ली :- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को ऑफलाइन किए जाने वाले छोटे मूल्य के डिजिटल भुगतान के लिए लेनदेन की सीमा 200 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए प्रति कर दी है, केंद्रीय बैंक द्वारा ज़ारी किया गया एक अधिसूचना में कहा गया है, “यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होगा.” इसमें आगे कहा गया है की छोटे मूल्य के डिजिटल भुगतान से संबंधित अन्य सभी निर्देश पूर्ववत
OTP के लिए विकल्प है जरूरी
यह एक प्रेरणादायक प्रस्ताव है, जिससे लोग अपनी बैंकिंग कार्यक्रम को सुरक्षित रूप सेकर सकते हैं बिना OTP की जरूरत के। यह उन लोगो के लिए भी एक बड़ी सुविधा होगी जो लोग कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करना नहीं जानते हैं इसका अर्थ यह है कि एक ऐसा लेन देन जिसके लिए ना ही कोई इंटरनेट और ना ही कोई दूर संसार की आवश्यकता है इस वजह से लोगों को यह काफी सुविधाजनक हो सकती है।